Apple ने भारतीय बाजार में अपनी पकड़ को और मजबूत किया है। आईफोन की बढ़ती डिमांड और कंपनी की स्मार्ट रणनीतियों ने देश में तकनीकी क्षेत्र का नया इतिहास रच दिया है।
iPhone की अभूतपूर्व डिमांड
पिछले वित्तीय वर्ष में Apple का रेवेन्यू 36% बढ़कर 67,121 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। यह वृद्धि इस बात का सबूत है कि भारतीय उपभोक्ताओं के बीच आईफोन की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है। कंपनी की कुल बिक्री में आईफोन का बड़ा योगदान है, जो इसे भारत के प्रीमियम स्मार्टफोन मार्केट में एक मजबूत खिलाड़ी बनाता है।
तिमाही दर तिमाही सफलता
मीडिया रिपोर्ट्स बताती हैं कि Apple की तिमाही सेल्स वर्ष-दर-वर्ष आधार पर तेजी से बढ़ रही हैं। पिछले वित्तीय वर्ष में कंपनी का रेवेन्यू 47% की वृद्धि के साथ 49,321 करोड़ रुपये था। मौजूदा वित्तीय वर्ष में कंपनी के आईफोन की बिक्री लगभग 11 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। इसके अलावा, Mac, iPad, और स्मार्टवॉच जैसी डिवाइसेज से कंपनी को 4-6 अरब डॉलर का अतिरिक्त रेवेन्यू मिलने का अनुमान है।
टिम कुक का भारत के प्रति दृष्टिकोण
Apple के CEO टिम कुक ने भारत के बढ़ते महत्व पर जोर दिया है। हाल ही में उन्होंने बताया कि सितंबर तिमाही में Apple ने भारत में रेवेन्यू का एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया। टिम कुक के मुताबिक, भारत अब Apple के लिए एक प्रमुख बाजार बन चुका है।
iPhone 16 सीरीज की सफलता
हाल ही में लॉन्च हुई iPhone 16 सीरीज को भारतीय ग्राहकों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिल रही है। फेस्टिव सीजन में स्मार्टफोन की डिमांड तेजी से बढ़ती है, और Apple इस अवसर का भरपूर लाभ उठा रहा है।
Apple स्टोर्स का शानदार प्रदर्शन
दिल्ली के साकेत और मुंबई के BKC में स्थित Apple स्टोर्स ने पहले वर्ष में ही 800 करोड़ रुपये का रेवेन्यू अर्जित किया। इन स्टोर्स ने न केवल बिक्री बढ़ाई है, बल्कि ग्राहकों को एक प्रीमियम अनुभव भी प्रदान किया है। दिल्ली का साकेत स्टोर, जो कुल रेवेन्यू का 60% योगदान करता है, इसका प्रमुख उदाहरण है।
भारत में मैन्युफैक्चरिंग का विस्तार
Apple ने भारत में अपनी मैन्युफैक्चरिंग क्षमताओं को बढ़ाने के लिए चीन से कुछ प्रोडक्शन यूनिट्स को शिफ्ट किया है। यह कदम भारत को ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।