महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने अपना बहुप्रतीक्षित घोषणा पत्र जारी कर दिया। इस संकल्प पत्र में महाराष्ट्र के विकास की दिशा में कई बड़े वादे किए गए हैं। गृह मंत्री अमित शाह ने घोषणा पत्र को जनता के सामने पेश किया, जबकि डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने इसके मुख्य बिंदुओं को साझा करते हुए कहा कि महाराष्ट्र के विकास, किसानों की कर्ज माफी, 25 लाख नई नौकरियां, महिलाओं को हर महीने 2100 रुपए देने का संकल्प इस घोषणा पत्र में लिया गया है।
अमित शाह के सात प्रमुख बयान
- महाराष्ट्र पुनरोत्थान: अमित शाह ने कहा कि “महाराष्ट्र ने देश को हर क्षेत्र में नेतृत्व दिया है, चाहे वो भक्ति आंदोलन हो या स्वतंत्रता संग्राम। हमारे संकल्प पत्र में किसानों का सम्मान, गरीबों का कल्याण, महिलाओं का स्वाभिमान बढ़ाने का संकल्प है।”
- कश्मीर चुनाव: शाह ने डॉ. अंबेडकर की भूमि पर खड़े होकर कहा कि धारा 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में चुनाव हुआ और पहली बार मुख्यमंत्री ने संविधान के तहत शपथ ली। यह देश के लिए गर्व का क्षण है।
- राहुल गांधी और सावरकर: शाह ने महाराष्ट्र की जनता से कहा कि महायुति की सरकार को एक बार फिर मौका दें। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या कांग्रेस का कोई नेता वीर सावरकर या बाला साहेब ठाकरे की तारीफ कर सकता है। उन्होंने राहुल गांधी को वीर सावरकर के लिए दो अच्छे शब्द बोलने की चुनौती दी।
- कांग्रेस के वादे: शाह ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि “कांग्रेस वादे करती है पर उन्हें पूरा नहीं करती। तेलंगाना और हिमाचल इसके उदाहरण हैं। उनके वादों की विश्वसनीयता खत्म हो चुकी है।”
- मुस्लिम आरक्षण पर बयान: शाह ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि मुस्लिमों को आरक्षण देने की कांग्रेस की योजना संविधान के विपरीत है। उन्होंने जनता से सवाल किया कि क्या एससी-एसटी और पिछड़ों का आरक्षण मुस्लिमों को दिया जाना उचित है?
- उद्धव ठाकरे का स्टैंड: शाह ने उद्धव ठाकरे को याद दिलाया कि वो अब उन लोगों के साथ खड़े हैं जो धारा 370, राम जन्मभूमि, सावरकर और CAA का विरोध करते हैं। उन्होंने कहा कि उद्धव को सोचना चाहिए कि वह कहां खड़े हैं।
- वक्फ बिल पर चेतावनी: शाह ने चेतावनी दी कि अगर कांग्रेस और उनका गठबंधन महाराष्ट्र में सत्ता में आया तो वक्फ संपत्तियों को लेकर भी महाराष्ट्र में वही हालात हो सकते हैं, जो कर्नाटक में हो रहे हैं।
महायुति के 10 प्रमुख वादे
5 अक्टूबर को एकनाथ शिंदे ने कोल्हापुर में महायुति के घोषणा पत्र के 10 प्रमुख वादों की घोषणा की थी। उन्होंने वादा किया था कि महाराष्ट्र 2029 की दृष्टि के तहत सरकार बनने के 100 दिनों के भीतर इन वादों को पूरा किया जाएगा।
बीजेपी का यह संकल्प पत्र महाराष्ट्र की जनता के लिए कई उम्मीदें और योजनाएं लेकर आया है। किसानों के कर्ज माफी से लेकर महिलाओं की आर्थिक सहायता और नौकरियों का वादा बीजेपी को महाराष्ट्र की जनता के करीब लाने का प्रयास है। अब यह देखना होगा कि जनता इन वादों को कितना भरोसा देती है और चुनाव परिणाम किसके पक्ष में आते हैं।